पती पत्नी का संबध कैसे मजबूत बनाये?
पती पत्नी का संबध कैसे मजबूत बनाये? पवित्र अग्नि को साक्षी मानकर लिए गए सात फेरे जिंदगी का अहम हिस्सा होते हैं जिसमें प्यार, संयम, समझदारी के साथ जिंदगी भर साथ निभाने का वादा होता है। पति-पत्नी का रिश्ता इस दुनिया का सबसे खास रिश्ता होता है| कहा जाता हैं कि जोड़िया स्वर्ग में बनती हैं| और धरती पर उनका मिलन होता हैं| पति-पत्नी के रिश्ते को सारे रिश्तो में से सबसे अलग माना जाता हैं| पति-पत्नी के रिश्ते में बहुत सी खट्टी-मीठी बाते होती हैं| पति-पत्नी दोनों एक दूसरे को बिना जाने अपना लेते हैं| और फिर सारी जिंदगी एक दूसरे के लिए जी लेते है | और जिंदगी के हर एक अच्छे बुरे लम्हे को साथ मिलकर जीते हैं|
पति-पत्नी के रिश्ते में सबसे जरुरी हैं| के वो एक दूसरे को सम्मान देते हो| एक दूसरे की इच्छाओ का आदर करे| एक दूसरे की भावनाओ को समझे| आपस में एक दूसरे के प्रति होने वाले विश्वास को कभी भी कम ना होने दे| एक-दूसरे के प्रति अपने प्यार को सदा कायम रखे | हमेशा मिलजुल कर अपने प्यार को बढ़ाने के लिए कुछ न कुछ खास करना चाहिए| सबसे अहम बात दोनों को अपनी जिंदगी में एक दूसरे को बराबर समझना चाहिए| पति-पत्नी भगवान का बनाया हुआ एक अनमोल रिश्ता हैं| पति पत्नी के रिश्ते में बहुत सी ऐसी बाते होती हैं| जो उनके रिश्ते की टाइम के साथ और भी मजबूत बना देती हैं| कहा जाता हैं की पति के बिना पत्नी अधूरी होती हैं| और पत्नी के बिना पति अधूरा होता हैं| दोनों एक साथ मिलकर अपने आप को पूरा करते हैं| इस बात को तो खुद शिवजी और पार्वती जी ने खुद अर्धनारीश्वर का रूप धारण करके सबको समझाया है |
पती पत्नी का संबध कैसे मजबूत बनाये?
एक दूसरे को समय दे- पति-पत्नी के रिश्ते को गहरा करने के लिए एक दूसरे के साथ समय बिताये| उनकी बाते सुने, उन्हें जानने की कोशिश करे| उनकी हर एक बात का ध्यान रखे, जिन चीजो से आपके साथी को ख़ुशी मिलती हैं| उन्हें पूरा करने की कोशिश करे| उन्हें बाहर घुमाने ले जाये, अपने साथी को आपकी जिंदगी में आने के लिए शुक्रिया कहे, उन्हें अपने बारे में बताये, उनके बारे में जानने की कोशिश करे| तो ये कुछ छोटी-छोटी बाते हैं जिनसे पति-पत्नी ही नहीं बल्कि किसी भी रिश्ते को मजबूत बनाया जा सकता है|
एक दूसरे की रेस्पेक्ट करे - एक दूसरे की रेस्पेक्ट करे, खुद को सही साबित करने के चक्कर में अपने पार्ट्नर की इन्सल्ट ना करे और ना ही अपने साथी को कभी नीचा दिखाने की कोशिश करे|एक -दूसरे को दें, क्यों कि आपके द्वारा दिया गया सम्मान तीसरे की नजर में भी आता है, इसलिए गरिमा बनाए रखें|
विश्वास ना कम होने दे - दाम्पत्य की अटूट कडी है " विश्वास " और विश्वास पर ही पति-पत्नी का रिश्ता टिका होता है, इसलिए इसमें शक न लाए क्योंकि अगर यह एक बार आ जाता है तो पूरी जिंदगी लग जाती है टूटी कडी जोडने में, इसलिए जरूरी है कि विश्वास की नींव हिलने न दें.
गुस्से को बीच में ना आने दे - पति और पत्नी दोनों ही यदि एक दूसरे को समझते हैं| तो उनके बीच क्रोध और घमंड कभी नहीं आयेगा| अपने आप को कभी भी दूसरे से बड़ा न दिखाए, दूसरे की बात को भी स्थान दे, दोनों एक दूसरे से सलाह ले|
गलतियां और कमियां ना निकाले - कोई इंसान परफेक्ट नही होता है, इसलिए एक-दूसरे में गलतियां न निकालें बल्कि गलतियों को सुधारने का मौका दें। अपने प्यार में इतनी ताकत लाएं कि सामने वाला अपनी कमियों को आपके कहे बिना ही सुधार लें।
माफी माँगना सीखे - गलती होने पर माफी जरूर मांगे, क्यों कि सॉरी कहना बुरी बात नहीं है और ना ही माफ करना मुश्किल काम है,साथ ही माफी मांगने से झगडा आगे नही बढता, इसलिए माफी मांगने में कंजूसी ना करें।
दोनों की मंजूरी है जरूरी - घर का फैसला हो या फिर अपने लिए कोई भी फैसला अकेले ना लें, बल्कि एक,दूसरे के सलाह-मशविरा लेकर ही फैसला करें।
फरमाइयशें बताए - हर कोई अंतर्यामी नहीं होता कि बिना कुछ कहे समझ जाए इसलिए अगर आपकी कोई फरमाइश है तो उसे अपने पार्टनर को बताएं ना कि फरमाइशों को चाय के प्याले के साथ परोसें।
अपशब्द ना बोले - आपसी तालमेल के दौरान हमेशा अदब व शिष्टाचार रखें। कभी भी अपशब्द का इस्तेमाल ना करें। तर्क-वितर्क करते समय आपा ना खोए। क्यूंकि ये अपके पार्टनर के आत्मविश्वास को हिलाने के साथ - साथ, आपकी परवरिश और घर के माहोल को भी दर्शाता है |
तारीफ जरूर करे - अपने साथी की खूबियों की तारीफ करें और इस तारीफ को हो सके तो घर वालों के सामने भी कहें। इससे आत्मविश्वास बढता है
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